NITI Aayog ने एक सर्वेक्षण किया जिसमे गुजरात के सबसे समृद्ध जिलों को सूची प्रकाशित की है। इस सूची में पोरबंदर जिला दूसरे स्थान पर है। पोरबंदर जिला नवसारी, सूरत और अहमदाबाद से आगे निकल गया है, केवल राजकोट जिला ही बचा है। NITI Aayog के सर्वेक्षण के अनुसार, पोरबंदर की 95.93% आबादी बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) से बाहर आ गई है।
राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक (MPI) NITI Aayog द्वारा प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में गरीबी कम करने, स्वस्थ आहार खाने, शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन स्तर में सुधार जैसे विषयों पर चर्चा की गई है और इन्हीं विषयो के आधार पर यह तय हुआ है कि किस राज्य का कौन सा जिला समृद्ध निर्धारित हुआ है | राजकोट जिले को छोड़कर, पोरबंदर जिला गुजरात के अमीर जिलों की सूची में नवसारी, सूरत और अहमदाबाद के बाद दूसरे स्थान पर है।
NITI Aayog: राजकोट के बाद पोरबंदर सबसे समृद्ध स्थान
राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक (MPI) के आधार पर पोरबंदर, गुजरात के राजकोट जिले के बाद दूसरा सबसे आमिर जिला घोषित किया गया है | इसके बाद नवसारी, सूरत, और अहमदाबाद को क्रमशः तीसरे, चौथे, और पांचवें स्थान पर रखा गया है | नीति आयोग के अनुसार, राजकोट जिले के 96.02 प्रतिशत निवासी, पोरबंदर जिले के 95.93 प्रतिशत निवासी, नवसारी जिले के 95.16 प्रतिशत निवासी, सूरत जिले के 94.71 प्रतिशत निवासी और अहमदाबाद जिले के 94.51 प्रतिशत निवासी बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) से बाहर आ चुकी है|
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पोरबंदर का मुख्य आजीविका स्रोत
पोरबंदर जिला, जिसे NITI Aayog के इस सर्वेक्षण में समृद्ध जिलों में दूसरा स्थान दिया गया है, वहां ज्यादातर कृषि, मछली पकड़ने और खनिज-आधारित उद्यमों का प्रभुत्व है। शहर की बढ़ती समृद्धि के परिणामस्वरूप पोरबंदर में व्यवसाय और उद्योग बढ़ रहे हैं। पिछले पांच वर्षों में खनिजों पर निर्भर क्षेत्रों की सफल वृद्धि के कारण, पोरबंदर इस NITI Aayog सर्वेक्षण में दूसरे स्थान पर रहा क्योंकि पिछले पाँच वर्षो के दौरान खनिज आधारित उद्योगों ने अच्छी विकास दर हासिल की। इसके अतिरिक्त, पोरबंदर के शैक्षिक मानकों में काफी वृद्धि हुई है।
छात्रों की शिक्षा व्यवस्था को लेके किया गया सुधार
यहाँ का समाज आज के समय में इतना शिक्षित हो गया है कि पोरबंदर के छोटे गांवों में भी माता-पिता अपने बच्चों को पहली कक्षा में भेजने से पहले प्री-प्राइमरी में शिक्षा दे रहे हैं। इसके अतिरिक्त, स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के लिए अब एक बेहतर प्रयोगशाला और एक अच्छी स्कूली सुविधा उपलब्ध है। यहाँ पे छात्रों की शिक्षा में सुधार करने के लिए हर हफ्ते और हर 15 दिन में परीक्षा आयोजित कराई जाती है।
इस जिले में विकास हर क्षेत्र में हुआ है शिक्षा को लेके यह मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज जैसे कई शैक्षणिक सुविधाएं दी गई है | इसके अलावा यहाँ स्वास्थ सुविधाओं को लेके भी काम हुआ है | यहाँ के सरकारी अस्पतालों और क्लीनिकों में काफी बड़े स्तर पर सुधार देखने को मिला है | फिर चाहे वह बुनियादी स्ट्रक्चर को लेकर हुआ हो, या अस्पतालों में मौजूद डॉक्टरों की संख्या को लेके हो और इस सब के कारण लोगो के जीवन स्तर में काफी सुधार हुआ है |