तंबाकू की काली कमाई से Mehsana Mai Banaya Bangla

कानपुर के तंबाकू उद्यमी केके मिश्रा के बंशीधर ग्रुप के दिल्ली, मुंबई और गुजरात समेत करीब 20 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। 29 फरवरी को छापेमारी शुरू होने के बाद से आयकर विभाग ने 150 रुपये की कर चोरी का पता लगाया है। बिना किसी कागजी कार्रवाई के कंपनी ने बड़े पान मसाला समूह को माल बेच दिया।

उस मोर्चे पर भी कार्रवाई की योजना बनायी जा रही है। 29 फरवरी को बंशीधर टोबैको कंपनी के कानपुर मुख्यालय पर आयकर विभाग ने छापेमारी की थी।

इसके बाद दिल्ली, मुंबई और गुजरात समेत लगभग 20 तंबाकू कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। इसी कड़ी में, मेहसाणा जिले का मकसूदपुर गांव जिसमे Mehsana Mai Banaya Bangla, जो उंझा के करीब है, व्यवसायी केके मिश्रा के स्वामित्व वाली तंबाकू फैक्ट्री में घुसपैठ का स्थल था।

अलग-अलग जगह 18 संपत्तियां खरीदी: Mehsana Mai Banaya Bangla

तंबाकू के दिग्गज केके मिश्रा के स्वामित्व वाले व्यवसायों से विभिन्न स्थानों पर खरीदी गई अठारह संपत्तियों से संबंधित रिकॉर्ड खोजे गए हैं। इसमें Mehsana Mai Banaya Bangla और जिले के उंझा तहसील के मकसूदपुर गांव में एक फैक्ट्री का पता चला है। बंशीधर नाम से चल रही तंबाकू फैक्ट्री की आयकर विभाग ने तलाशी ली थी।

इस दौरान फैक्ट्री में कौन प्रवेश कर सकता है, इस पर प्रतिबंध था। छापेमारी करने वाले अधिकारी ही नहीं कर्मचारी भी चुप रहे। साथ ही आयकर विभाग ने बंशीधर फैक्ट्री के कर्मचारियों को वहां से जाने से रोक दिया था। फैक्ट्री में सभी के लिए खाना बन रहा था।

Mehsana Mai Banaya Bangla: काली कमाई से बनाई फैक्ट्री 

आयकर विभाग की इस छापेमारी के बाद फैक्ट्री को बंद कर दिया गया है। यहां काम करने वाले कर्मचारी भी अपना बिस्तर ठीक करने के बाद घर चले जाते हैं। यह संयंत्र बड़ी संख्या में एकड़ में फैला हुआ है।

केके मिश्रा का भव्य पूल-भरा बंगला कारखाने के ठीक बगल में स्थित है। बताया जाता है कि आयकर विभाग की जांच से पता चला है कि यहां फैक्ट्री और बंगले की संपत्ति के निर्माण के लिए कुछ हद तक दो अंकों की आय से वित्त पोषण किया गया था।

इसलिए हुई बंशीधर ग्रुप पर कार्रवाई

बताया जाता है कि बड़े पान मसाला समूह ने बंशीधर टोबैको लिमिटेड कंपनी से बिना किसी दस्तावेज के उत्पाद खरीदे थे। कंपनी पर आरोप है कि उसने आयकर विभाग से झूठ बोला था कि उसका टर्नओवर 20 से 25 करोड़ रुपये के बीच है, लेकिन असल में यह 100-150 करोड़ रुपये के करीब है। इसे लेकर आयकर विभाग भी पान मसाला ग्रुप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है।

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